1
Virechan Kit (विरेचन किट)
Manufacturer: Ath Ayurdhamah.
Dose: Please see the process in 'Description' section - or as prescribed by the Doctor.
विरेचन विधि | ||
Day | भोजन व्यवस्था | औषधि व्यवस्था |
1 | केवल तरल खाद्य पदार्थ जैसे - दूध, सूप, दाल, जूस, नारियल पानी आदि का सेवन करें | |
2 | ऊपर की भाँति | |
3 | सुबह, दोपहर एवं रात्रि को हल्का व सुपाच्य भोजन का सेवन करें | संदीपन वटी: २ गोली नाश्ते के बाद, २ गोली दोपहर खाने से पहले और २ गोली रात्रि के खाने से पहले |
4 | ऊपर की भाँति | संदीपन वटी: २ गोली नाश्ते के बाद, २ गोली दोपहर खाने से पहले और २ गोली रात्रि के खाने से पहले |
5 | ऊपर की भाँति | 50 ग्राम औषधीय घी ( medicated ghee) का पूरे दिन में सेवन करें (दूध, सब्जी, रोटी, दलीय, खिचड़ी, सूप आदि में मिला कर ) |
6 | ऊपर की भाँति | 100 ग्राम औषधीय घी ( medicated ghee) का पूरे दिन में सेवन करें (दूध, सब्जी, रोटी, दलीय, खिचड़ी, सूप आदि में मिला कर ) |
7 | ऊपर की भाँति | 150 ग्राम औषधीय घी ( medicated ghee) का पूरे दिन में सेवन करें (दूध, सब्जी, रोटी, दलीय, खिचड़ी, सूप आदि में मिला कर ) |
8 | ऊपर की भाँति | 150 ग्राम औषधीय घी ( medicated ghee) का पूरे दिन में सेवन करें (दूध, सब्जी, रोटी, दलीय, खिचड़ी, सूप आदि में मिला कर ) |
9 | ऊपर की भाँति | 150 ग्राम औषधीय घी ( medicated ghee) का पूरे दिन में सेवन करें (दूध, सब्जी, रोटी, दलीय, खिचड़ी, सूप आदि में मिला कर ). दिए गए तेल से प्रातः काल 30 मिनट मालिश करें और 15 मिनट भाप लें (गर्म पानी से भीगे तौलिये से अच्छी प्रकार सिकाई करें) |
10 | ऊपर की भाँति | दिए गए तेल से प्रातः काल 30 मिनट मालिश करें और 15 मिनट भाप लें (गर्म पानी से भीगे तौलिये से अच्छी प्रकार सिकाई करें). रात को 30 ml (6 चम्मच ) castor oil को गर्म दूध में डाल कर पीयें. दिए गए काढ़े को रात भर २ कप पानी में भिगो कर रख दें. |
11 | चावल का मांड, चीनी - नमक का घोल, ग्लूकोस, नारियल पानी लें. अन्न का सेवन न करें | सुबह काढ़े को अच्छी तरह उबालें (आधा कप रहने तक) और काढ़े के साथ एक रैचनी वटी लें. फिर ताजे पानी के साथ एक घंटे बाद एक और रैचनी वटी लें. |
12 | पतली दाल, सूप, नारियल पानी आदि का सेवन करें | |
13 | दाल जैसी पतली खिचड़ी, हलकी सब्जी के सूप का सेवन करें | |
14 | सामान्य खिचड़ी, सामान्य दलिया, सब्जी के सूप का सेवन करें | |
15 | सामान्य एवं सुपाच्य भोजन | |
Note: | ||
(1) विरेचन क्रिया के 15 दिनों में सामान्य रूप से चलने वाली आयुर्वेदिक / अंग्रेजी दवाएं लेते रहे. | ||
(2) 1 रैचनी वटी लेने पर अगर पतले (8-10 बार) दस्त लगें, तो दूसरी रैचनी वटी ना लें. | ||
(3) यदि औषधीय घी लेने से अत्यंत कष्ट का अनुभव हो तो गौ-घृत भी ले सकते हैं. |